22 March 2010

कोंन्याकु

बूढे होते होते न चाहने पर भी मोठा हो जाता है। वज़न कम करने का ढंग सिर्फ दो ही हैं।

  1. कैलोरी कम लीना
  2. कैलोरी ज़्यादा खपाना

लेकिन मुझे खेलना बिलकुल पसंद नहीं है। और खाना बहुत पसंद है।

तो जो मैं कर सकती हूँ, वह सिर्फ लो-कैलोरी खाना लेना है। सौभाग्य बात, जापानी परंपरा भोजन अधिकतर लो-कैलोरी है और जापान् में लो-कैलोरी खाने सामग्री ज़्यादा होते हैं। कोंन्याकु तो उन में सब से मददगार सामग्री है। कोंन्याकु एक पोधे के कंदमूल से बना है। उस कंदमूल को पतला काट कर सूखा करके, कोंन्याकु पाउडर बनाते हैं। इस के बाद उस पाउडर को गर्म पानी और चूना से जोड़कर काफ़ी मिश्रित करते हैं। कोई बर्तन डालने के बाद, करीब एक घंटे में कोंन्याकु अपने आप जैसी जेली, जमा हो जाता है।

लेकिन कोंन्याकु का कंदमूल या कोंन्याकु पाउडर अधिकतर नहीं मिलता। बाज़ार या दुखान में केवल बना-बनाया कोंन्याकु और शिराताकि ( जैसा धागा महीन काट किय जाता कोंन्याकु ) ही है। कोंन्याकु शिराताकि दोनों खासकर स्वाद नहीं है। अपनी पसंदीदा स्वाद लगा सकते हैं। कोंन्याकु का 95% पानी है। इसलिए पेट भर खाने पर भी कैलोरी कम लेते हैं।









शोयु (soy sause) स्वाद का कोंन्याकु (जापानी राई के साथ)











सब्जी, शोयु , तिल का तेल, मिर्च से बनी शिराताकि



कोंन्याकु
 शिराताकि


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