15 August 2010

15 अगस्त

भारत का स्वतंत्रता  दिवस बधाई हो ! मैं सन् 2006 में भारतीय दोस्त के साथ स्वतंत्र दिवस मनाने  तोक्यो के भारतीय दूतावास गई हूँ।

इधर जापान में भी 15 अगस्त तो विशेष दिवस है। सन् 1945 के इसी दिन, हार से हापान के लिए द्वितीय विश्व युद्ध खतम हो गया। 15 अगस्त हमरे लिए युद्ध के डर, दुख याद करके, फिर कभी नहीं लड़ने का निश्चय करने का दिन है।

विश्व युद्ध के काफ़ी बाद मेरा जनम हुआ था। फ़िर भी ऐसा कहा सकती हूँ ... हम अंतिम पीढ़ी हैं जिसे युद्ध के अहसास होता है। मेरे पिता जी लड़ाई गए। मेरी सहेली के पिताजी को हिरोशिमा में बमबरी  हो गया।  और मेरे बचपन में कभी कभी आहत सैनिक देखा। जैसा कोइ मेला, ज़्यादा लोग शहर में  आने के दिन, आहत सैनिक ... युद्ध में बाह या पाँव खोए लोग, ज़मीन पर बैठे हुए थे। शायद युद्ध खतम होने के बाद  तब करीब 25 साल हो गए हो। फिर भी लोगों के लिए युद्ध के याद तब तक साफ़ था और ऐसा लोग भी कम नहीं होगा कि अपने परिवार युद्ध में खो गय। इसलिए अधिकतर लोग  आहर सिपाहियों को पैसा देते थे।  अपनी मंमी से भी बार बार यद्ध की बात सुना। मंमी की सहेलियाँ हर महीने एक पुस्तिका  प्रकासित  क रते हैं। अब PC से सब कुछ  आसानी से बना सकने के बावजूद, वे लोग साहस के साथ, हस्त्लिखित पुस्तिका बनाते हैं। हमेशा उस पुसतिका 4 पन्ने  की है, लेकिन हर साल के अगस्त के अंक, खासकर 24 पन्ने हिस्सा लेते हैं। युद्ध की बात लिखने के लिए। ऐसा अगली पीढ़ी को युद्ध की बात सुनाने की कोशिश करते हैं। युद्ध दुख है, कोई अच्छाई नहीं है ... यह समाझाने की कोशिश  तनमन से करते हैं।
 

और 15 अगस्ते के आसपास जापान में ओबोन का नाम जापानी बौध  तयोहार है। कहा जाता है कि ओबोन में स्वर्गवासी पूर्वाज हमें मिलने के लिए इस दुनिया वापस आते हैं। हम सपरिवार पूर्वाज स्वागत करने के लिए अपने देश वापस जाते हैं और इसके लिए अधिकतर जापानी कंपनियों में 15 अगस्त के आसपास छुटठियाँ देते हैं।

द्वितीय विश्व युद्ध खतम होकर 65  साल बीत गए। इस युद्ध जाननेवाले भी कम हो रहे हैं। लेकिन हम जापानी, कभी भूल नहीं सकते। सदा के लिए याद रखना चाहिए। युद्ध दुख है। अपने प्यारे लोग भी मर जाता है। कोई अच्छाई नहीं है। कभी  नहीं लड़ाई करना।

6 comments:

  1. लड़ाई से कभी किसी का भला नहीं हुआ है।
    लेकिन आक्रमण का प्रति्कार करना पड़ता है।

    देश की रक्षा के लिए जीना मरना पड़ता है।

    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  2. युद्ध कभी नहीं। जापान का दर्द उतर आया आपकी बात से। हम जापान को नमन करते हैं, उनकी देश भक्ति के लिए।

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  3. ललित शर्मा-للت شرما जी,
    हाँ जी, अपने परिवार रक्षा करने के लिए लड़ाई गए होंगे सब। लेकिन दूसरे देशों के सिपाहियों के भी परिवार हैं। इसलिए हमें दुख लगता है।

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  4. ajit gupta जी,
    युद्ध में ज़्यादा माता ने बच्चे खोए। मेरे पास बच्चा नहीं है, फिर भी दुनिय मेंइससे दुखी बात नहीं होगी।

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  5. Aadarniya Mausi ji Namaskaar! hindi men aapkaa blog dekh kar khushi hui.Mujhe JAPAN se lagaav hai.Main Japan ke logon aur vahaan ki dharti ko naman karataa hun.2nd world war men jo bhi huaa vah maanavataa par kalank hai.Is varsh hamane bhi 6th August ko ek school men Hiroshima day manaayaa aur bacchon ko is baare men jaankaari di.

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  6. Kaushalendra jee,
    Javab dene mein der hone ke lie kshama kijie. Haan ji, 6th august Hiroshima mein aur 9th ko Nagasaki mein Atom bobm ke attack mila tha. Hiroshima Peace Memorial Museum mein Hindi mein bayan sun sakte hain.

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