सोओमें
जापान में नूडल के प्रकार बहुत ज़्यादा हैं। चौमेन की तरह नूडल भी हैं, लेकिन अधिकतर सूप के साथ खाते नूडल हैं। गैहूँ का नूडल, कूदू के नूडल, मोटा नूडल, पतला नूडल...तरह तरह के नूडल और तरह तरह के सूपके जुटाव अनेक है।
सोबा
उदों
गर्मी मौसम में नूडल ठंडा सूप के साथ खाना अच्छा लगता है। सूप के साथ नूडल जल्दी खाना मज़ेदार है ताकि नूडल न पानी लेकर मोटा हो जाए। नूडल जल्दी खने में विशेष शिष्टाचार होता है कि कसकर आवाज़ करने का।
यह अजीब बात है। आमतौर पर जापानी शिष्टाचार में, खाने -पीने में आवाज़ करना करताया जाता है। हम आवाज़ न करने के लिए मुँह बंधकर चबाते हैं। सूप पीते समय भी धीमा लेते हैं। फिर भी नूडल लेने में ही आवाज़ न करके चबाएँ तो 'गाँवारी' कहा हाता है। नूडल चबाना देखने में बदमज़ा और भद्या लगता है। आवाज़ करेगे तो ठीक है...ऐसा आसनी बात नहीं है। देखने में ललित, और सुनने में स्वादिष्ट आवाज़ से खाना चाहिए।










