लेकिन आम की मुहर रोज़ आसनी से इस्तेमाल करते हैं। सामन लेना, कोई सभा में उपस्थित लेने में, ऐसे समय में हस्ताक्षर भी लिखी बिना, सिर्फ़ बनी-बनाई मुहर ही लगाते हैं। बनी-बनाई मुहर तो बाज़ार में कोई भी आसनी से मिल सकते हैं। इसलिए ऐसी मुहर लगाने पर किसी की प्रमाणित कर नहीं सकते...यह काफ़ी जानकर फ़िर हम मुहर इस्तेमाल करते हैं।
प्रमाणित करने में बेकाम होने पर भी, जापानियों को मुहर पसंद है। तरह तरह डिज़ाइन की मुहर बनवाते हैं, ऐसा लोग भी कम नहीं है। मुझे भी मुहर बहुत पसंद है...मुहर के प्रति खासकर लगावत है। अपने नाम की ही नहीं, एक डिज़ाइन को लगातार बनाने औजार की रूप में।
डिज़ाइन मुहर
नाम की बनी-बनाई मुहर
oba-san,मुहरों पर आपकी ये पोस्ट काफी दिल्चस्प है। खुद की मोहर बनवाना मज़ेदार काम है। यहाँ पर अधिकतर नाम की ही मोहर बनती है..फिर मिलते हैं.."
ReplyDeleteAmitraghat जी,
ReplyDeleteदेवनागरी के नाम की मोहर मिलेगी तो कितना अच्छा है!