पिछ्ले दो-तीन दिनों से मैं बेचैन हूँ। अपनी एक सहेली की तबीयत बहुत बिगड़ गई। वह पिछले महीने से होस्पताल में भर्ती है।
पिछ्ले शक्रवार को उस के पति ने SNS (Social Network System जैसा Facebook) में लिखा, " उस की तबीयत बहुत बुरी है। पता नहीं कबतक इस दुनिया में रहेगी। उस से मिलना चाहें तो जल्दी आना। "
हमारी मित्रता बहुत पुरानी है। 30 साल पहले से, मुझ से बडे लोगों की और लंबा सालों की मित्रता जोड़ते हैं। मूल की बात, हम सब SF...विज्ञान कथा....फैन थे। बाद में एस. एफ़. से कोइ संबंध नहीं, तरह तरह की बातें के लिए हिस्सा लेने लगे। और एस. एफ़. कोंवेंशन, कैंपिंग, खाने पीने के लिए, वगैरह वगैरह इधर उधर साथ साथ जाकर जवानी गुज़रते हैं। 40-50 लोगों से SNS में संग बनाकर हमेशा एक दूसरे से संपर्क करते हैं ... ऐसा समझती थी मैं।
लेकिन कुछ दोस्त के पास PC नहीं है, यानी PC न प्रयोग करनेवाले भी हैं। धीरे धीरे ऐसे लोगों से संबंध ढीला हो रहा था। पिछले महीने सहेली की बीमार के बारे में जानकर मैं 3 बार हस्पताल गई, फिर भी PC न प्रयोग करनेवालों को उस पर नहीं बताती थी। अब तो बताना पड़ता है। इसलिए पिछले दो तीन दीनों, मैं इधर उधर फ़ोन कर रही थी। बहुत दिन बाद पुराने दोस्तों से बत की। वेंडिंग मशीन ही नहीं, मैं PC पर निर्भर रहती हूँ।
कल एक दोस्त से के साथ, सहेली मिलने हस्पताल जाऊँगी। उस दोस्त, सहेली से 10 सालों के बाद मुलाकत होगी। और मुझे भी अंत में उस दोस्त से मिलते 5 साल बीत गए।
19 April 2010
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"oba-san तकनीक के ढेर-सारे फायदे हैं। पर इसके अधिक उपयोग से आदमी मिलना-जुलना छोड़ देता है। उम्मीद करता हूँ की आपकी सहेली ठीक हो कर घर आ जाएंगी क्योकि अंतिम फैसला तो भगवान करता है.....फिर मिलेंगे....."
ReplyDeleteAmitraghatजी, कल सहेली से मिलने गई। भग्वान की कृपा, उस की तवीयत पिछले हफते से थोड़ा सा अच्छी हो गया। बात भी की।
ReplyDeleteमैं जापानी में ऐसी बात लिख नहीं सकती। यहाँ लिखने से अपने दिल हलका बनाती हूँ। धन्यवाद।