29 September 2009

फिर

पिछ्ले आधा साल पहेले से यहाँ कुछ नहीं लिखा था।
चिंताओं से मैन बेचैन थी। अब भी वे दूर नहीं चली गई। हमेशा मेरे पास हैं। लेकिन इसीलिए जपनी नहीं, दूसरी भाषा में लिख्नने की जगह जरूरी हो। काश मेरा हिम्मत फिर चिंताओं से कभी नहीं दबाया जाए।

8 comments:

  1. अरे मौसी आप तो बहुत हीं सुन्दर लिखती है । आभार

    please remove word verification then it will be easy to comment. Thanks

    गुलमोहर का फूल

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  2. चिट्ठा जगत में आपका हार्दिक स्वागत है. लिखते रहिये. शुभकामनाएं.
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    उल्टा तीर पर हिंदी ब्लोग्स में पहली बार एक रिश्ते पर साहसिक बहस "फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स"
    व लेखक / लेखिका के रूप में ज्वाइन [उल्टा तीर]

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  3. चिट्ठा जगत में आपका हार्दिक स्वागत है. लिखते रहिये.
    jaapani hone ke baad aapke hindi prem ko salaam! शुभकामनाएं.
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    उल्टा तीर पर हिंदी ब्लोग्स में पहली बार एक रिश्ते पर साहसिक बहस "फ्रेंड्स विद बेनेफिट्स"
    व लेखक / लेखिका के रूप में ज्वाइन [उल्टा तीर]

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  4. ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है, आपके लेखन में प्रखरता की आकांक्षी हूँ .......

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  5. हि्न्दी मे लिखने के लिये बधाई! लिखते रहे !

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  6. हि्न्दी मे लिखने के लिये बधाई! लिखते रहे ! .... एक निवेदन:

    कृप्या वर्ड वेरीफीकेशन हटा लें ताकि टिप्पणी देने में सहूलियत हो. मात्र एक निवेदन है बाकि आपकी इच्छा.

    वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:

    डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?> इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..कितना सरल है न हटाना और उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये!!.

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  7. लिखो, सुधर जायेगा।

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  8. आप सभी को मेरी ओर से बहुत बहुत धन्यवाद। मैं बिल्कुल इस दुनिया (Blogger)के लिए beginner हून। आज ही 30, मार्च 2010 को, पहली बार आप लोगों का देखा! अब तक आओ को जवाब न देने के लिए दिल से क्षमा करना चाहती हूँ।

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