25 July 2010

भूमि पूजन

एक सवेरे हमरे घर से रास्ते के पार के ज़मीन पर भूमि पूजन करते देखा।

जापान में मकान या इमारत बनवाने से पहले, उस स्थल पर अनुष्ठान किया जाता है कि ज़मीन के भगवान को उस  निर्माण कार्य की सुरक्षा और खैर मनाने के लिए। पूजन में  कम से कम 3 लोग हिस्सा लेना चाहिए। मकानवाला, ठीकेदार और पूजा करते याजक ( पुजारी) ।

हमारे घर फ़्लैट के आठ वीं  मंजिल में है। वहाँ से खींचने से फ़ोटो इतना साफ़ नहीं ।

बायाँ छातावाली महीला, शायद मकानवाला ( यजमान ) है। दायाँ खड़ा होते आदमी, वह ठीकेदार होगा। और बीच का किमोनोवोला, वह पूजारी है।

भूमि पूजन करने में 4 कोने में हरा बाँस खड़ा करके धान के पयाल से बने पवित्र रस्से बाँस के चार कोने को बाँधकर चौकार घेरा बनाते हैं। बाँस और धान के पयाल से बने घेरा पवित्र स्थान ( ज्ञमंडल ) मनाकर, अनुष्ठान स्थल हो जाता है। वहाँ पर एक मेज़ रखते हैं और उस पर शराब, पानी चावल, नमक, सब्जी, वैसा भोज लगाकर भूमि पूजन करते हैँ।

जापानी मकान लकड़ी और कागज़ से बना है। आगे लकड़ी बिठाने में भी और एक रस्म होगी। पूजन, रस्म, सब ताइआन...मंगल दिन में किया जाता है।

3 comments:

  1. "बहुत अच्छी पोस्ट ओबा-सान....कमाल है कि विश्व की लगभग सभी प्रथाएँ एक जैसी ही होती हैं बस थोड़ा-बहुत फेर- बदल होता है..इसका मतलब हमसब एक हैं ओबा-सान....हुर्रे.....लेकिन ओबा-सान अभी मुझे बहुत कुछ जानना है जापान के बारे में....अभी मेरी जानकारी सतही है....ओरिगेमी मुझे बहुत पसन्द है...आपने रेलगाड़ी कैसे बनाते हैं और क्या आप क्रीज़-पैटर्न पढ़ लेती हैं..?....बहुत अच्छी पोस्ट और चित्र भी ....फिर मिलते हैं..ओबा-सान...."

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  2. Amitraghat जी,
    हाँ जी, भारत में भी ऐसा अनुष्ठान ज़रूर होगा। मैं देखना चाहती हूँ।
    ओरिगामि की रेल-गड़ी, जैसा सिर्फ कागज़ का संदूक है। कागज़ पर रेल गाड़ी की तस्वीर लगा है।
    http://www.showa-grimm.co.jp/product/orimodel/28-3701.html
    लेकिन चूंकि हमने 5-6 गाड़ियाँ बनाईं, इसलिए शोभित बड़िया रेल डिब्बे बन गए।

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