अब दक्षिण अफ्रीका में FIFA (फ़ेडरेशान इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसेसिएशन) वार्ल्ड कप चल रहा है। फुटबॉल जापान में बेसबॉल के बाद सब से दूसरे लोकप्रिय खेल है। 2002 के वार्ल्ड कप, जापान और दक्षिण कोरिया, दोनों देशों के मज़बानी से आयोजित किया गया है।
कल जापान कैमेरून से मैच खेलकर जीत गया। कैमेरून, फिफा में उन्नीसवाँ स्थान है, और जापान पैंतालीसवाँ का है। इसलिए सारे जापान में आज तक उल्लास भरा है।
खैर, JFA, ज़ापान फुटबॉल एसोसिएशन का चिह्न यातागारासु... देतकथा का बड़ा कौआ है, जिस के तीन टाँग हैं। कहा जाता है कि यह यातागारासु, भगवान के संदेशवाहक की रूप में, काम्मु सम्राट, जो स्वर्ग से इस दुनिया आकर, जापान का पहला सम्राट हो गए, उन का सेना को चलने का रास्ता बताया।
सुना है, ऐसा तीन टाँग की पक्षी, जापान में ही नहीं, दूसरे काई देशों के मिथक में होते हैं। और अधिकतर ऐसी पक्षी सूरज का अवतार है। जापान में भी तीन टाँग का कौआ, ज़रूर पवित्र पक्षी है, और सेना को रासता बताने के अर्थ में, खेल टीम का प्रतीक के लिए बिल्कुल उचित होगा।
लेकिन JFA खासकर इस का मतलब में वह चिह्न को अपनाता है....यातागारासु के तीन टाँग हैं, दो टाँगवाले से अच्छी तरह फुटबॉल क्यों नहीं खेलता ? इस पन्ने के निचला भाग देखिए।
मुझे JFA का यह सेंस बहुत पसंद है।
15 June 2010
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"oba-san बहुत रोचक जानकारी दी आपने, बहुत सुन्दर मेसकट है JFA का । जुलाई में कौन सी तारीख को हुई था आपका विवाह ? अभी से आपको मेरी और पूरे हिन्दुस्तान से शुभकामनाएँ....आप बहुत अच्छी लग रहीं थीं किमोनो में पर फोटो कुछ धुँधले क्यों थे?
ReplyDeleteपूरे जापान को बधाई ....फिर मिलते हैं ,बहुत अच्छी पोस्ट ओबा-सान.."
Bahut achhi jaankari
ReplyDeleteAmitraghat जी,हमारी शादी 16 जुलाई में हुई थी। बरसात था, विवाह संस्कार के बाद के पार्टी में मैंने साड़ी पहनी।
ReplyDelete@किमोनो में पर फोटो कुछ धुँधले क्यों थे?
अपने चहेरा दिखाने का हिम्मत मुझ में नहीं है। :-)
vartika जी,
ReplyDeleteमेरी गड़बड़
हिन्दी में भी समझ सकी? खुश!